Preface
आत्मीयता की भावना को अभिव्यक्त करने के लिए दूसरों की सेवा-सहानुभूति, दूसरों के लिए उत्सर्ग का व्यावहारिक मार्ग अपनाना पड़ता है और इससे एक सुखद शांति, प्रसन्नता, संतोष की अनुभूति होती है । इस तरह आत्मीयता एक सहज और स्वाभाविक, आवश्यक वृत्ति है, जिससे मनुष्य को विकास, उन्नति, आत्म-संतोष की प्राप्ति होती है ।Buy Online @
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