Preface
पृथ्वी का जीवन प्राणियों और वनस्पतियों में विभक्त है । दोनों एक दूसरे के पूरक और पोषक हैं । पृथ्वी पर घास पात के रूप में छोटी वनस्पतियां और बड़े पौधों के रूप में झाड और वृक्ष बढ़ते हैं । प्राणियों को इन्हीं के सहारे जीवन धारण करने का अवसर मिलता है । पशु पक्षी मनुष्य सभी घास पात पर जीवित हैं । शाक भाजी फल पत्ते यह भी वनस्पति हैं । मनुष्य इन्हीं को खाकर जीवित रहते हैं । वनस्पतियों के अभाव में पशु पक्षी मनुष्य कोई भी जीवित नहीं रह सकता ।समुद्र और तालाबों में भी कई प्रकार की हलके किस्म की घास पाई जाती है । प्राय: उसी पर जल जंतुओं का निर्वाह होता है । हिंस्र प्राणी मांस खाते पाए जाते हैं पर मांस भी आखिर वनस्पतियों का एक विशेष उत्पादन ही तो है । दूध की पृथक सत्ता नहीं । पशु घास खाते हैं और वह घास ही दूध बन जाती है ।
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